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फ्रांस में बढ़ा छत्तीसगढ़ का मान, राष्ट्रपति मैंक्रो को पीएम नरेन्द्र मोदी ने भेंट की डोकरा आर्ट कलाकृति

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सरला कोसरिया ने जताया पीएम का आभार

छत्तीसगढ़ का ढोकरा आर्ट एक बार फिर चर्चा में है. इस बार छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में चर्चा का विषय बना है. चर्चा का कारण यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों फ्रांस और अमेरिका के दौरे पर हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ मुलाकात कर दोनों देशों के बीच कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फ्रांस देश की यात्रा में छत्तीसगढ़ भी गौरवान्वित हुआ. दरअसल फ्रांस से विदा होते वक्त पीएम नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध डोकरा आर्ट को दर्शाती एक कलाकृति भेंट की. फ्रांस की प्रथम महिला को भी छत्तीसगढ़ की डोकरा कलाकृति और राजस्थान की पारंपरिक चांदी का टेबल मिरर उपहार में दिया।

 

श्रीमती कोसरिया ने आगे बताया कि फ्रांस के राष्ट्रपति को छत्तीसगढ़ का ढोकरा कलाकृति बेहद पसंद आया. इसके बाद से पूरे विश्व में ढोकरा आर्ट की चर्चा होने लगी है. हर कोई इसके बारे में जानना चाहता है कि यह कैसे तैयार होता है. इसकी क्या खासियत और क्यों प्रसिद्ध है.

 

पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया : सरला कोसरिया

 

इस पर टिप्पणी करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सरला कोसरिया ने कहा कि पीएम मोदी जी की इस पहल से छत्तीसगढ़ और उसकी कला गौरवान्वित हुई है अन्यथा देश में कई प्रधानमंत्री हुए मगर उन्होंने छत्तीसगढ़ कला संस्कृति को वो उंचाईयां नही दीं, जो मोदीजी ने दिलाई है.

 

ढोकरा आर्ट छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के द्वारा बनाया जाने वाला शिल्प कला है. इसे छत्तीसगढ़ की शान कहा जाता है. बस्तर में बनाए जाने वाले ढोकरा आर्ट की मूर्तियों की डिमांड देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है. अधिकांश आदिवासी शिल्पकारों की रोजी-रोटी ढोकरा आर्ट पर निर्भर हैं.

 

जैसा कि आप तस्वीर में देख रहे हैं कि डोकरा आर्ट को दर्शाती दो कलाकृति में एक में एक व्यक्ति तबला बजाते दिख रहा है जबकि दूसरी युवती वीणा बजाती नजर आ रही है.

 

धातु-ढलाई परंपरा डोकरा कला, प्राचीन खोई हुई मोम तकनीक का उपयोग करके जटिल शिल्प कौशल को प्रदर्शित करती है. क्षेत्र की समृद्ध आदिवासी विरासत में निहित, यह कलाकृति पारंपरिक संगीतकारों को गतिशील मुद्राओं में दर्शाती है, जो संगीत के सांस्कृतिक महत्व को उजागर करती है.

शिवा निषाद

संपादक- शिवा निषाद सरायपाली सिटी न्यूज मेन रोड, चेक पोस्ट, झिलमिला सरायपाली मो. 8871864161, 8319644944

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