एकमात्र रमीज बने नपा के कांग्रेस पार्षद
वार्ड क्रमांक 6 में भारी मतों से की जीत दर्ज

एकमात्र रमीज बने नपा के कांग्रेस पार्षद
वार्ड क्रमांक 6 में भारी मतों से की जीत दर्ज
सरायपाली। इस बार के निकाय चुनाव में कई रिकॉर्ड टूटे, कई बने। परिणामों की समीक्षा करने पर पता चलता है कि कई वार्डों में पिछले चुनाव के परिणाम पलट दिए गए। चुनाव लड़ना और जीतना अब उतना आसान नहीं रह गया है। सोशल मीडिया कैम्पेनिंग, घर-घर जाकर प्रचार, एक-एक वोटर को चिह्नित करना, पिछली गलतियों न दोहराना, जैसे कई तरह के निर्णय लेने होते हैं। इस बार सरायपाली नगरपालिका में 7 वार्ड में भाजपा को चुना है। वहीं 5 निर्दलीय प्रत्याशी चुने गए, तो वहीं कांग्रेस से 1 प्रत्याशी ने जीत दर्ज की। वहीं 2 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए जो एक भाजपा व एक निर्दलीय है। वहीं भाजपा द्वारा पिछली चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था तो इस बार उस वार्ड में जीत हुई है। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष पद में पिछली चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी थी, इस बार भाजपा के सरस्वती पटेल को अध्यक्ष के रूप में जनता ने चुना है। कांग्रेस ने अपनी सरकार होने के बावजूद 2019 में भी इतनी बड़ी जीत हासिल नहीं की थी, जितनी इस बार भाजपा ने की। इसका सबसे बड़ा कारण चुनावी रणनीति है।
युवा नेता रमीज रज़ा ने वार्ड 6 से हासिल की जीत
छात्र राजनीति से लेकर मुख्यधारा की राजनीति तक अपनी अलग पहचान बना चुके रमीज रज़ा ने 2025 के नगरीय निकाय चुनाव में वार्ड 6 से जीत हासिल की। यह जीत उनके लगातार संघर्ष, जनसंपर्क और संगठनात्मक कौशल का परिणाम मानी जा रही है।
रमीज रज़ा ने अपनी राजनीतिक यात्रा 2012-13 में शुरू की थी, जब वे राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) के कॉलेज अध्यक्ष निर्वाचित हुए। इसके बाद 2015 से 2018 तक उन्होंने NSUI के ब्लॉक अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। संगठन में उनकी सक्रियता और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए, 2018 से 2022 तक उन्हें NSUI का विधानसभा अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
2019 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी से टिकट प्राप्त कर नगरीय निकाय चुनाव लड़ा, लेकिन मात्र 10 वोटों से हार गए। हालांकि, इस हार के बावजूद उन्होंने राजनीति से दूरी नहीं बनाई, बल्कि 2022 में NSUI का कार्यकाल पूरा कर युवा कांग्रेस में प्रवेश किया। यहां उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा और युवा कांग्रेस के विधानसभा उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए।
2025 में उन्होंने फिर से नगरीय निकाय चुनाव में अपनी दावेदारी पेश की। वार्ड 6 और 11 से टिकट की मांग की, जिसमें उन्हें वार्ड 6 से टिकट मिला। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने क्षेत्र में सक्रिय जनसंपर्क किया और जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी। अंततः उन्होंने जीत दर्ज कर अपने समर्थकों और जनता का विश्वास हासिल किया।
चुनाव में पूरे 15 वार्डों में से सिर्फ एक प्रत्याशी है जो कांग्रेस की इज्जत बचाकर भारी मतों से जीत दर्ज किया है। सभी वार्डों में एक वार्ड क्रमांक 6 में कांग्रेस को जीत मिली है, कांग्रेस के युवा प्रत्याशी के रूप में रमीज रजा खान ने इस चुनाव में 426 वोट पाकर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 172 वोट से हराया है। वहीं रमीज रजा ने पिछली निकाय चुनाव में मात्र 10 वोट के अंतर से हारे थे।
रमीज रज़ा की इस जीत को युवा नेतृत्व की सफलता के रूप में देखा जा रहा है। उनके समर्थकों में उत्साह है और वे इसे एक नए राजनीतिक सफर की शुरुआत मान रहे हैं।