शक्ति दुबे सिविल सेवा परीक्षा में अव्वल; हर्षिता गोयल, डोंगरे अर्चित पराग को द्वितीय, तृतीय स्थान

नयी दिल्ली/तिरुवनंतपुरम/मलप्पुरम. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा मंगलवार को घोषित सिविल सेवा परीक्षा 2024 के परिणाम में शक्ति दुबे ने शीर्ष स्थान हासिल किया है. वहीं, र्हिषता गोयल और डोंगरे अर्चित पराग को द्वितीय एवं तृतीय रैंक मिली है. शीर्ष रैंक प्राप्त करने वाली दुबे ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में स्नातक (विज्ञान स्नातक) किया है. आयोग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि दुबे ने राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर परीक्षा उत्तीर्ण की.
एम.एस. विश्ववद्यालय बड़ौदा से बी.कॉम. स्नातक र्हिषता गोयल ने राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध को वैकल्पिक विषय के रूप में लिया और परीक्षा उत्तीर्ण की. यूपीएससी द्वारा घोषित सिविल सेवा परीक्षा परिणाम के अनुसार, डोंगरे अर्चित पराग ने वीआईटी, वेल्लोर से इले्ट्रिरकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री प्राप्त की है. उन्होंने वैकल्पिक विषय के रूप में दर्शनशास्त्र लिया था.
शाह मार्गी चिराग ने समाजशास्त्र को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर चौथा स्थान हासिल किया. उन्होंने गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिर्विसटी, अहमदाबाद से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में ‘बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग’ की डिग्री प्राप्त की है. कंप्यूटर विज्ञान में बी.टेक की डिग्री रखने वाले आकाश गर्ग ने वैकल्पिक विषय के रूप में समाजशास्त्र के साथ पांचवां स्थान प्राप्त किया. उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से इंजीनियरिंग की है. शीर्ष पांच में सफल अ्भ्यियथयों में तीन महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं.
यूपीएससी द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों का चयन करने के लिए प्रतिवर्ष तीन चरणों – प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार – में सिविल सेवा परीक्षा आयोजित की जाती है. सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2024, पिछले साल 16 जून को आयोजित की गई थी. इस परीक्षा के लिए कुल 9,92,599 अ्भ्यियथयों ने आवेदन किया था, जिनमें से 5,83,213 अभ्यर्थी परीक्षा में उपस्थित हुए.
कुल 14,627 उम्मीदवारों ने लिखित (मुख्य) परीक्षा में बैठने के लिए अर्हता प्राप्त की, जो सितंबर 2024 में आयोजित की गई थी. इनमें से 2,845 उम्मीदवार व्यक्तित्व परीक्षण या साक्षात्कार के लिए उत्तीर्ण हुए, जो इस साल सात जनवरी से 17 अप्रैल के बीच हुआ.
इनमें से 1,009 अ्भ्यियथयों (725 पुरुष और 284 महिलाएं) को विभिन्न सेवाओं में नियुक्ति के लिए आयोग द्वारा अनुशंसित किया गया है.
आयोग द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, कुल सफल उम्मीदवारों में से 335 सामान्य वर्ग से, 109 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से, 318 अन्य पिछड़ा वर्ग से, 160 अनुसूचित जाति से और 87 अनुसूचित जनजाति से हैं. इसमें कहा गया कि सरकार ने 1,129 रिक्तियों की सूचना दी है, जिनमें आईएएस में 180, आईएफएस में 55, आईपीएस में 147, विभिन्न केंद्रीय ग्रुप ए सेवाओं में 605 पद और ग्रुप बी सेवाओं में 142 पद सिविल सेवा परीक्षा 2024 के माध्यम से भरे जाने हैं.
शीर्ष 25 अ्भ्यियथयों में 11 महिलाएं और 14 पुरुष शामिल हैं. यूपीएससी ने कहा कि ये अभ्यर्थी देश के प्रमुख संस्थानों जैसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), वीआईटी, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), दिल्ली विश्वविद्यालय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग, मानविकी, विज्ञान, वाणिज्य, चिकित्सा विज्ञान और वास्तुकला में स्नातक है.
इन शीर्ष 25 सफल अ्भ्यियथयों ने लिखित (मुख्य) परीक्षा में वैकल्पिक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला का चयन किया, जिनमें नृविज्ञान, वाणिज्य और लेखाशास्त्र, भूगोल, गणित, दर्शनशास्त्र, भौतिक विज्ञान, राजनीति शास्त्र और अंतरराष्ट्रीय संबंध, लोक प्रशासन, समाजशास्त्र तथा तमिल भाषा का साहित्य शामिल हैं.
अनुशंसित अ्भ्यियथयों में दिव्यांगता मापदंड वाले 45 व्यक्ति भी शामिल हैं, जिनमें 12 अस्थि दिव्यांग, आठ दृष्टि बाधित, 16 श्रवण बाधित और नौ बहु दिव्यांगगता वाले अभ्यर्थी हैं. यूपीएससी ने कहा कि 241 अनुशंसित अ्भ्यियथयों की उम्मीदवारी अनंतिम रखी गई है, साथ ही एक अभ्यर्थी का परिणाम रोक दिया गया है. आयोग ने बताया कि अन्य 230 सफल उम्मीदवारों को आरक्षित सूची में रखा गया है.
इसने कहा कि यूपीएससी के दिल्ली स्थित परिसर में परीक्षा हॉल के पास एक ‘सुविधा काउंटर’ है. इसने कहा कि अभ्यर्थी अपनी परीक्षा या भर्ती से संबंधित जानकारी या स्पष्टीकरण सभी कार्य दिवसों में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच व्यक्तिगत रूप से या फोन पर प्राप्त कर सकते हैं. बयान में कहा गया है कि परिणाम यूपीएससी की वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगा और परिणाम घोषित होने की तारीख से 15 दिन के भीतर अंक वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे.
उप्र की शक्ति दुबे ने पांचवें प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की; शीर्ष पांच में तीन महिलाएं
सिविल सेवा परीक्षा 2024 में शीर्ष स्थान हासिल करने वाली शक्ति दुबे ने अपने पांचवें प्रयास में यह प्रतिष्ठित परीक्षा उत्तीर्ण की. उन्होंने राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर यह परीक्षा दी थी. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 के नतीजे घोषित किए, जिसमें शीर्ष पांच स्थान हासिल करने वालों में शक्ति सहित तीन महिलाएं शामिल हैं.
उत्तर प्रदेश के नैनी की रहने वाली शक्ति (28) इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में स्नातक और काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से विज्ञान में परास्नातक हैं. यूपीएससी के पास उपलब्ध विवरण के मुताबिक, शक्ति की रुचियों में “कैंसर के इलाज के लिए एसआई-आरएनए की नैनोकण-आधारित आपूर्ति पर शोध कार्य करना” और “कविताएं लिखना” शामिल है. हरियाणा की र्हिषता गोयल और महाराष्ट्र के डोंगरे अर्चित पराग ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 में क्रमश? दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया.
महाराजा सयाजीराव यूनिर्विसटी ऑफ बड़ौदा से बीकॉम डिग्री धारी र्हिषता (24) ने चार्टर्ड अकाउंटेंसी में परास्नातक कर रखा है. उन्होंने राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर अपने तीसरे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की.
र्हिषता गुजरात के वडोदरा में रहती हैं. वह गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) ‘बिलीव फाउंडेशन’ के लिए स्वयंसेवक के रूप में भी काम करती हैं. उन्हें ऐक्रेलिक पेंटिंग करने का शौक है.
वहीं, पुणे निवासी पराग (26) इंजीनियरिंग के पेशे से जुड़े हुए हैं. उन्होंने तमिलनाडु के वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (वीआईटी) से इले्ट्रिरकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में बीटेक कर रखा है. वह सिविल सेवा परीक्षा में अपने तीसरे प्रयास में सफल हुए.
पराग ने दर्शन शास्त्र को वैकल्पिक विषय के रूप में लिया था. उन्हें ध्यान लगाना, स्क्वाश खेलना और जिम करना पसंद है.
वहीं, 26 वर्षीय शाह मार्गी चिराग ने समाजशास्त्र को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर सिविल सेवा परीक्षा में चौथा स्थान हासिल किया. वह अहमदाबाद स्थित गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिर्विसटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में ‘बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग’ (बीई) डिग्री धारी हैं.
चिराग ने अपने पांचवें प्रयास में इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल की. यूपीएससी के पास उपलब्ध विवरण के अनुसार, चिराग स्पैनिश भाषा सीखने और पश्चिमी कथा साहित्य पढ़ने में दिलचस्पी रखती हैं. सिविल सेवा परीक्षा में पांचवां स्थान हासिल करने वाले दिल्ली के आकाश गर्ग (24) गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में बीटेक डिग्री धारी हैं.
उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में अपने दूसरे प्रयास में समाजशास्त्र को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर पांचवां स्थान हासिल किया. वह राष्ट्रीय राजधानी से शीर्ष पांच में शामिल एकमात्र अभ्यर्थी हैं. आकाश कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्र में होने वाले विकास और उसके सामाजिक प्रभाव के बारे में जानकारी जुटाने में दिलचस्पी रखते हैं. उन्हें विज्ञान-फंतासी फिल्में और फॉर्मूला-1 रेस देखने का भी शौक है.
सिविल सेवा की तैयारी में पढ़ाई के घंटे नहीं, मन की एकाग्रता मायने रखती है: दिल्ली टॉपर
सिविल सेवा परीक्षा 2024 में पांचवां स्थान हासिल करने वाले दिल्ली के अभ्यर्थी आकाश गर्ग का कहना है कि एकाग्र मन से पढ़ाई, तैयारी के घंटों से कहीं अधिक मायने रखी है. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएसएसी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 के नतीजे घोषित किए, जिसमें आकाश दिल्ली क्षेत्र के टॉपर बनकर उभरे, जबकि अखिल भारतीय स्तर पर वह पांचवें स्थान पर रहे.
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से फोन पर बातचीत में कहा, “मैं पढ़ाई के घंटों में नहीं, गुणवत्ता में यकीन करता हूं. मैंने लक्ष्य निर्धारित कर पढ़ाई की, जिससे मुझे परीक्षा उत्तीर्ण करने में मदद मिली. मैं घंटों पढ़ाई करने में विश्वास नहीं करता.” दिल्ली के रोहिणी इलाके के गीतारत्न जिंदल पब्लिक स्कूल से 10वीं कक्षा तक और सीआरपीएफ पब्लिक स्कूल से 11वीं व 12वीं कक्षा की पढ़ाई करने वाले आकाश (24) गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में बीटेक डिग्री धारी हैं.
उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में अपने दूसरे प्रयास में समाजशास्त्र को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर पांचवां स्थान हासिल किया. वह राष्ट्रीय राजधानी से शीर्ष पांच में शामिल एकमात्र अभ्यर्थी हैं. आकाश ने कहा, “मैं अपने पहले प्रयास में सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाया था. फिर मैंने दोबारा परीक्षा देने का फैसला किया और इस बार चयनित हो गया.” आकाश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया.
यह पूछे जाने पर कि उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए किसने प्रेरित किया, उन्होंने कहा, “मैं शुरू से ही पढ़ाई में अच्छा था. मेरे माता-पिता मुझे सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत प्रोत्साहित करते थे.” चयन के बाद सेवा और कैडर के चुनाव से जुड़े सवाल पर आकाश ने कहा, “मैंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और गृह कैडर यानी अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम एवं केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर चुना है.” उन्होंने कहा कि वह सेवा में आने के बाद शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करना चाहेंगे. आकाश के पिता व्यवसायी और मां गृहिणी हैं, जबकि उनकी बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और वह गाजियाबाद में रहती है. आकाश कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्र में होने वाले विकास और उसके सामाजिक प्रभाव के बारे में जानकारी जुटाने में दिलचस्पी रखते हैं. उन्हें विज्ञान-फंतासी फिल्में और फॉर्मूला-1 रेस देखने का भी शौक है.
केरल की आईआरएस अधिकारी ने परीक्षा के अंतिम प्रयास में आईएएस बनने का सपना पूरा किया
भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) की 2020 बैच की अधिकारी मालविका जी नायर ने सिविल सेवा परीक्षा के अपने छठे और आखिरी प्रयास में 45वां स्थान हासिल कर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा कर लिया. अल्लपुझा जिले के चेंगन्नूर की मूल निवासी मालविका ने जब सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के अपने अंतिम अवसर के लिए तैयारी शुरू की थी, तब वह गर्भवती थीं और उन्होंने शिशु के जन्म के महज 14 दिन बाद ही मुख्य परीक्षा दी थी.
मालविका ने मलप्पुरम में एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा, “इस बार स्थिति चुनौतीपूर्ण थी, क्योंकि मैं गर्भवती थी. मैं अपने पति और परिवार के सहयोग के बिना यह परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाती.” उन्होंने कहा, “मेरे परिवार ने बच्चे की देखभाल में मेरी मदद की. वहीं, मेरे पति नंदगोपन एम, जो वर्तमान में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के प्रशिक्षु अधिकारी हैं, ने साक्षात्कार में पूछे जाने वाले सवालों की तैयारी में मुझे सहायता दी.” मालविका राजस्व विभाग में उपायुक्त हैं, जबकि उनके पति नंदगोपन मलप्पुरम में प्रशिक्षण ले रहे हैं. वह सिविल सेवा परीक्षा 2024 में शीर्ष 100 में जगह बनाने वाली केरल की पांच महिलाओं में शामिल हैं.
कोट्टाराक्कारा की मूल निवासी नंदना जेपी ने सिविल सेवा परीक्षा में अपने दूसरे प्रयास में 47वां स्थान हासिल किया. उन्होंने तिरुवनंतपुरम में एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, “मैंने 2023 में पहली बार यह परीक्षा दी थी और तब मैं प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने में विफल रही थी. 2024 में मैं दूसरी बार इस परीक्षा में बैठी और सभी चरणों में उत्तीर्ण होते हुए अच्छी रैंक हासिल करने में सफल रही.” नंदना ने 2022 में तिरुवनंतपुरम के मार इवानियोस कॉलेज से स्नातक किया था.