जवाबी शुल्क से भारतीय अर्थव्यवस्था बर्बादी हो जाएगी, मोदी सरकार बोले कि यह स्वीकार नहीं: कांग्रेस


नयी दिल्ली: कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत के खिलाफ जवाबी शुल्क लगाए जाने से देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी और ऐसे में मोदी सरकार को अमेरिका से यह कहने की हिम्मत करनी चाहिए कि उसे यह स्वीकार नहीं है।
पार्टी नेता अजय कुमार ने यह आरोप लगाया कि सरकार ट्रंप प्रशासन को खुश करने के लिए जवाबी शुल्क और एफ-35 विमान के सौदे से इनकार नहीं कर रही है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों के हालिया संवाददाता सम्मेलन का एक वीडियो साझा करते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने देखा है कि फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ट्रंप को बातचीत के बीच में टोकते हुए यह बताते हैं कि आप गलत बोल रहे हैं। लेकिन नरेन्द्र मोदी के सामने ट्रंप, भारत की बुराई करते रहे। भारत को ‘‘शुल्क वॉयलेटर’’ बताते रहे, लेकिन नरेन्द्र मोदी खामोश रहे।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ट्रंप ने शुल्क को लेकर भारत को नीचा दिखाने की कोशिश की। लेकिन यह सरकार इतनी बेशर्म है कि अमेरिका जाने से पहले सरकार ने हार्ले डेविडसन और टेस्ला की कस्टम ड्यूटी कम कर दी।’’ कुमार ने दावा किया, ‘‘मोदी सरकार में अर्थव्यवस्था चौपट है। शेयर बाजार की हालत खराब है। जवाबी शुल्क की वजह से देश की जीडीपी में गिरावट होगी, जिसकी वजह से देश की हालत ख़राब हो जाएगी।’’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘‘अर्थव्यवस्था के दुश्मन’’ बन गए हैं। उनका कहना था कि मोदी सरकार को अमेरिका से यह कहने की हिम्मत करनी चाहिए कि उसे ये जवाबी शुल्क स्वीकार नहीं होगा।
कुमार ने यह भी कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी जैसे ही अमेरिका दौरे से वापस आए, वैसे ही अमेरिका की तरफ से घोषणा की गई कि पाकिस्तान को करीब 3,000 करोड़ रुपये एफ-16 विमान के रखरखाव के लिए दिए जा रहे हैं, लेकिन हमारे विदेश मंत्रालय ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया।’’
उनके मुताबिक, अमेरिका ने कई बार पहले भी जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के समय भारत पर दबाव बनाया था लेकिन हम झुके नहीं.. बल्कि देश के आत्मसम्मान और स्वाभिमान को और ऊंचा रखा। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क ने एफ-35 विमान को घटिया बताया है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने अभी तक एफ-35 के सौदे से इनकार नहीं किया है। मोदी सरकार ने ये भी नहीं कहा कि वह रक्षा विशेषज्ञों से चर्चा कर इस बारे में फैसला लेगी। एफ-35 इस देश के हित में नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ट्रंप को खुश करने के लिए एफ-35 के सौदे से इनकार नहीं कर पा रही है।