अदाणी समूह ने भूटान में 5,000 मेगावाट की पनबिजली परियोजनाओं के लिए किया करार


नयी दिल्ली. गौतम अदाणी के नेतृत्व वाले अदाणी समूह ने भूटान में कुल 5,000 मेगावाट क्षमता की पनबिजली परियोजनाओं को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए वहां की ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन (डीजीपीसी) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
अदाणी समूह ने बयान में कहा कि समझौते पर थिम्पू में डीजीपीसी के प्रबंध निदेशक (एमडी) दाशो छेवांग रिनजिन और अदाणी ग्रीन हाइड्रो लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) (पीएसपी एंड हाइड्रो) नरेश तेलगु ने प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे, ऊर्जा और प्राकृतिक संसाधन मंत्री ल्योनपो जेम शेरिंग और अन्य वरिष्ठ व्यक्तियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए.
बयान में कहा गया कि अदाणी समूह और भूटान के ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन (डीजीपीसी) ने भूटान में 5,000 मेगावाट की पनबिजली परियोजनाओं को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता ज्ञापन वांगचू पनपिजली परियोजना के लिए चल रही साझेदारी पर आधारित है, जिसमें डीजीपीसी की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी और अदाणी की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. इस 5,000 मेगावाट की व्यापक पहल में अतिरिक्त जलविद्युत और पंप भंडारण परियोजनाओं की पहचान की जाएगी, विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जाएगी, तथा चरणों में कार्यान्वयन के लिए आगे बढ.ाया जाएगा.
अदाणी ग्रीन हाइड्रो लिमिटेड के सीओओ (पीएसपी एवं हाइड्रो) नरेश तेलगु ने कहा, “यह साझेदारी स्वच्छ ऊर्जा अवसंरचना विकसित करने के प्रति हमारी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा को बढ.ाती है. डीजीपीसी के साथ मिलकर हम भूटान को उसकी जलविद्युत क्षमता का दोहन करने तथा भारत को विश्वसनीय हरित ऊर्जा निर्यात करने में सक्षम बना रहे हैं. साझा सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में यह सीमापार सहयोग का एक सशक्त उदाहरण है.”