रोहित, विराट और गिल ने हमें विदेशों में टेस्ट मैच जीतने का खाका दिया है: गिल

मुंबई. भारतीय टीम के नये टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की कप्तानी शैली ‘बहुत अलग-अलग’ थी, लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों ने दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के साथ विदेशों में टेस्ट श्रृंखला जीतने का ‘ब्लूप्रिंट’ (खाका) दिया है. गिल को शनिवार को भारत का नया टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया. इस 25 साल के खिलाड़ी के सामने पहली चुनौती इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला होगी. इस दौरे पर टीम को कोहली और रोहित जैसे दिग्गजों का साथ नहीं मिलेगा.
गिल ने बीसीसीआई से जारी वीडियो में कहा, ”रोहित भाई, विराट भाई और अश्विन भाई जैसे खिलाड़ियों ने हमें एक खाका दिया है कि विदेशों का दौरा कैसे किया जाए. मैच और श्रृंखला कैसे जीती जाए.” उन्होंने कहा, ” हां, प्रदर्शन करना और योजनाओं को मैदान में उतारना एक अलग बात है. हमारे पास इसका खाका है, इसलिए हम जानते हैं कि विदेशों का दौरा कैसे करना है और मैच तथा श्रृंखला में कैसे सफल होना है.” गिल ने कहा कि कोहली और रोहित की नेतृत्व शैली काफी अलग थी लेकिन दोनों में कई समानता भी थी.
उन्होंने कहा, ” जब मैं बच्चा था तभी से मैं भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों से प्रेरित होता था. मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे विराट भाई या रोहित भाई जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला.” उन्होंने कहा, ” दोनों का नेतृत्व करने के तरीके में काफी अंतर था. यह देखना काफी प्रेरणादायी था कि दोनों का एक ही लक्ष्य था. आप एक कप्तान के रूप में जीतना चाहते हैं और आपकी शैली अलग-अलग हो सकती है. वे दोनों बहुत अलग होते हुए भी कई मामलों में एक जैसे थे.
गिल ने कहा, ”विराट भाई हमेशा बहुत आक्रामक रहते थे. वह जिम्मेदारी लेकर से नेतृत्व करना और जुनून के साथ खेलना चाहते थे. यही उनकी पहचान थी. रोहित भाई भी आक्रामक थे लेकिन यह उनके हाव-भाव में नहीं दिखता था. वह मैदान पर हमेशा आक्रामक सोच रखते थे.” गिल ने कहा, ”रोहित भाई बहुत शांत और रणनीतिक रूप से हमेशा सजग और मौजूदा समय में रहते हैं. वह खिलाड़ियों से संवाद करने में बहुत अच्छे हैं और बताते हैं कि उन्हें अपने खिलाड़ियों से क्या चाहिए. ये वे गुण हैं, जो मैंने उनसे सीखे हैं.” अक्सर कप्तानी का बोझ बल्लेबाजी पर पड़ता है, लेकिन गिल ने कहा कि उनका दृष्टिकोण दोनों को अलग रखना होगा.
उन्होंने कहा, ”एक चीज जो मैंने सीखी वह यह थी कि अगर मैं बल्लेबाज हूं और बल्लेबाजी कर रहा हूं, तो मैं कप्तान के रूप में नहीं बल्कि बल्लेबाज के रूप में निर्णय लेने में सक्षम होना चाहता हूं.” गिल ने कहा कि टेस्ट कप्तान नियुक्त किया जाना उनके लिए बहुत बड़ी बात है. उन्होंने कहा, ”निश्चित रूप से यह थोड़ा बहुत बड़ी बात है.” उन्होंने कहा, ”जब कोई युवा खिलाड़ी क्रिकेट खेलना शुरू करता है, तो वह भारत के लिए खेलना चाहता है और सिर्फ भारत के लिए क्रिकेट नहीं खेलना चाहता, बल्कि लंबे समय तक भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता है.” उन्होंने कहा, ”यह अवसर मिलना बहुत सम्मान की बात है और जैसा कि आपने कहा यह एक बड़ी जिम्मेदारी है. मैं इस रोमांचक अवसर का इंतजार कर रहा हूं और मुझे लगता है कि इंग्लैंड में आगामी श्रृंखला बहुत रोमांचक होने वाली है.”
अगर मुझे देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलता है तो इससे बढि.या कुछ नहीं: पुजारा
लगभग दो साल से भारतीय टीम में जगह बनाने की दौड़ से बाहर अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा अब भी टेस्ट टीम का हिस्सा बनने का सपना संजोए हुए हैं लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें अपने करियर की दिशा को लेकर कोई पछतावा नहीं है. सैंतीस वर्षीय पुजारा ने आखिरी बार जून 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के दौरान भारत के लिए टेस्ट मैच खेला था.
पुजारा ने भारत के आगामी इंग्लैंड दौरे के आधिकारिक प्रसारक सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन बातचीत के दौरान पीटीआई के सवाल का जवाब देते हुए कहा, ”अगर मुझे (भारत के लिए फिर से खेलने का) मौका मिलता है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन निश्चित रूप से मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो वर्तमान में रहना पसंद करता है. ” उन्होंने कहा, ”अगर मुझे देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलता है तो इससे बढि.या कुछ नहीं हो सकता, यह सबसे अच्छी बात होगी. लेकिन साथ ही मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो वर्तमान में रहना पसंद करता है और जो मैं करता हूं, उसे करता रहता हूं. अब तक का करियर शानदार रहा है, मुझे कोई पछतावा नहीं है. ”
पुजारा ने 103 टेस्ट मैचों में 43.60 के औसत से 7195 रन बनाए हैं. उन्होंने कहा, ”मैं अपने क्रिकेट का आनंद लेता हूं, इसलिए जब तक मैं अपने क्रिकेट का आनंद ले रहा हूं, मैं खेलता रहूंगा. मैं अभ्यास करता हूं, मैं अपनी फिटनेस पर काम करता हूं. आगे जो कुछ भी होता है, उस पर मेरा नियंत्रण नहीं है, लेकिन मैं हमेशा उन चीजों पर नियंत्रण रखता हूं जो मैं कर सकता हूं. जब तक मैं खेल रहा हूं, तब तक खेल का आनंद लेना है, चाहे वह घरेलू स्तर पर हो, क्लब गेम हो या काउंटी क्रिकेट. ”
गिल के लिए इंग्लैंड में भारत की अगुवाई करना चुनौतीपूर्ण होगा: पुजारा
दिग्गज टेस्ट खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को कहा कि इंग्लैंड की कठिन परिस्थितियों में भारत की कप्तानी करना शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ी के लिए एक चुनौती होगी. पुजारा ने कहा कि यह गिल के लिए एक बड़ा मौका भी होगा. वह इस दौरे पर अगर कप्तान के तौर पर सफलता हासिल करते हैं तो इससे उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा. गिल को शनिवार को रोहित शर्मा की जगह नया टेस्ट कप्तान बनाया गया. रोहित और विराट कोहली के संन्यास के बाद भारत खेल के सबसे लंबे प्रारूप में नए युग की शुरुआत करेगा. रोहित और कोहली ने इस महीने एक सप्ताह के भीतर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी.
पुजारा ने भारत के इंग्लैंड दौरे के आधिकारिक प्रसारक ‘सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क’ द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन बातचीत में रविवार को कहा, ” आप युवा हो या अनुभवी अगर कप्तान के रूप में विदेश जाते हैं तो यह चुनौतीपूर्ण होगा. इंग्लैंड में शुरुआत करना शुभमन के लिए आसान नहीं होगा लेकिन यह एक युवा खिलाड़ी के लिए शानदार मौका है. वह इंग्लैंड में अगर अच्छी कप्तानी करता है तो इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा.” पुजारा ने कहा, ” हमने सुना है कि बुमराह इंग्लैंड में पांचों मैच नहीं खेल पायेंगे इसलिए गिल को टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गयी है.” उन्होंने कहा, ” शुभमन को जिम्मेदारी दी गई है तो इसका मतलब है कि टीम प्रबंधन और चयनकर्ता सोच रहे हैं कि वह लंबे समय तक टीम का नेतृत्व कर सकते हैं.” सैंतीस साल के पुजारा ने टेस्ट से अभी संन्यास की घोषणा नहीं की है. उन्होंने भारत के लिए अपना पिछला मैच जून 2023 में खेला था. उन्होंने गिल को कप्तानी और बल्लेबाजी को अलग-अलग रखने की सलाह दी.