भारत पर्यटन का पक्षधर है, पाकिस्तान आतंकवाद को ही पर्यटन मानता है: प्रधानमंत्री मोदी

भुज/दाहोद. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पाकिस्तान की जनता से आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की. उन्होंने कहा कि जहां भारत पर्यटन में विश्वास करता है, वहीं “पाकिस्तान आतंकवाद को ही पर्यटन मानता है”. प्रधानमंत्री मोदी ने आगाह किया कि यह मानसिकता न केवल पाकिस्तान को बर्बाद कर रही है, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक गंभीर खतरा भी पैदा कर रही है.
गत 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की सैन्य प्रतिक्रिया के रूप में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद गुजरात की अपनी पहली यात्रा पर आए मोदी ने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान के लोग शांति का रास्ता नहीं चुनते हैं, तो उन्हें भारतीय सेना की क्रोध का सामना करना पड़ेगा.
सोमवार (26 मई) को प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के 11 साल पूरे करने वाले मोदी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि जापान को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को सोचना चाहिए कि उनका देश कहां खड़ा है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ”भारतीय अर्थव्यवस्था (2014 में) 11वें स्थान पर थी, लेकिन आज 11 साल बाद यह चौथे स्थान पर है.” वह गुजरात में कच्छ जिले के भुज शहर में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे, जिसकी पाकिस्तान के साथ भूमि सीमा और समुद्री सीमा दोनों लगती हैं. उन्होंने सीमापार आतंकवाद को प्रायोजित करने के लिए पाकिस्तान को आड़े हाथ लिया और उसके नागरिकों से कहा कि वे देखें कि उन्होंने इतने साल में क्या हासिल किया है और उनका देश कहां खड़ा है.
उन्होंने कहा, ”जिन लोगों ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया, उन्होंने आपका भविष्य बर्बाद कर दिया.” मोदी ने कहा, ”भारत जहां पर्यटन में विश्वास रखता है, वहीं पाकिस्तान आतंकवाद को पर्यटन मानता है, जो दुनिया के लिए बहुत खतरनाक है. मैं पाकिस्तान के लोगों से पूछना चाहता हूं – उन्होंने क्या हासिल किया है? आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. लेकिन आपकी स्थिति क्या है? आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों ने आपका भविष्य बर्बाद कर दिया.” इस कार्यक्रम से पहले प्रधानमंत्री ने यहां हवाई अड्डे से भुज-मिर्जापुर मार्ग पर कार्यक्रम स्थल तक रोडशो किया. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर उन्हें बधाई देने और उनका अभिवादन करने के लिए सड़क के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोग खड़े थे. मोदी ने कहा कि पाकिस्तानी नेता और सेना सत्ता में बने रहने के लिए ‘खेल खेल रहे’ हैं.
प्रधानमंत्री ने सीमा पार के लोगों को संदेश देते हुए कहा, ”पाकिस्तान के लोग मोदी की बात सुनते हैं. आपकी सरकार और सेना आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं. यह सत्ता में बने रहने का खेल है. आपको पूछना चाहिए कि आपके बच्चों का भविष्य किसने बर्बाद किया? युवाओं को पूछना चाहिए कि यह रास्ता सही है या गलत. आपकी सेना और सरकार आपको अंधेरे में धकेल रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ”आतंकवाद आपकी (पाकिस्तान की)सरकार और सेना के लिए पैसा कमाने का एक जरिया है. पाकिस्तान के लोगों को आतंकवाद को खत्म करने के लिए आगे आना चाहिए. सुख-चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ, वरना मेरी गोली तो है ही.” प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ मानवता को बचाने और आतंकवाद को समाप्त करने का एक मिशन है. उन्होंने कहा कि 7 से 10 मई तक भारतीय की सैन्य कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया कि देश आतंकवाद को लेकर कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति रखता है.
उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ”पहलगाम हमले के बाद, मैंने 15 दिन तक इस उम्मीद में इंतजार किया कि पाकिस्तान आतंकवाद पर कार्रवाई करेगा, लेकिन ऐसा लगता है कि यह उनकी रोजी-रोटी है. इसलिए मैंने सशस्त्र बलों को खुली छूट दी. हमने किसी और को नुकसान पहुंचाए बिना पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया.” मोदी ने कहा, ”आतंकवाद के मुख्यालय भारत के रडार पर थे और हमने उन पर सटीक हमला किया. यह हमारे सशस्त्र बलों की ताकत और अनुशासन को दिखाता है.” उन्होंने कहा कि इससे साफ हो गया कि भारत किसी देश की जनता से दुश्मनी नहीं रखता और उसका ध्यान केवल आतंकवाद और उसे प्रायोजित करने वालों से मुकाबला करने पर है.
उन्होंने कहा, ”भारत की लड़ाई पूरी तरह सीमापार आतंकवाद और इसे प्रायोजित करने वालों के खिलाफ है.” मोदी ने कहा कि नयी दिल्ली की दुश्मनी आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली ताकतों से है, किसी देश के लोगों से नहीं. मोदी ने अपने भाषण से पहले कच्छ जिले के मढ़ापुर गांव की उन करीब 300 साहसी महिलाओं में से करीब एक दर्जन बुजुर्ग महिलाओं से बातचीत की, जिन्होंने 1971 की जंग में पाकिस्तान के बम हमले में तबाह हो गई एक हवाई पट्टी को 72 घंटे के बाद ही फिर से बना दिया था.
बाद में मोदी ने उपस्थित लोगों को बताया कि इन महिलाओं ने सिंदूर का एक पौधा दिया है, जिसे अब नयी दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास में लगाया जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब नौ मई की रात को पाकिस्तान ने भारत के नागरिकों पर हमले का प्रयास किया तो भारतीय सेना ने दोगुनी ताकत से हमला किया और उनके हवाई ठिकानों को तबाह कर दिया. उन्होंने कहा, ”हमारा जवाब देखकर पूरा पाकिस्तान डर से कांप उठा. उनके एयरबेस अब भी आईसीयू में हैं. उसके बाद पाकिस्तान को मजबूरन आत्मसमर्पण करना पड़ा. उन्होंने सफेद झंडा लहराना शुरू कर दिया और हमसे कहा कि वे युद्ध नहीं चाहते.”
पाकिस्तान का एकमात्र लक्ष्य है भारत के प्रति नफरत को बढ़ावा देना : प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पाकिस्तान पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि उसका एकमात्र लक्ष्य भारत के प्रति नफरत को बढ़ावा देना और नुकसान पहुंचाना है, जबकि भारत गरीबी उन्मूलन और आर्थिक प्रगति के पथ पर दृढ़ता से आगे बढ़ रहा है.
प्रधानमंत्री ने यहां एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना की और कहा कि यह महज सैन्य कार्रवाई नहीं थी बल्कि ”भारत के लोकाचार और भावनाओं की अभिव्यक्ति” थी.
भारत ने छह और सात मई की दरमियानी रात यह अभियान शुरू किया जिसके तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय भी शामिल हैं. पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान सर्मिथत आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की गोली मारकर की गई हत्या का बदला लेने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया.
प्रधानमंत्री ने उपस्थित लोगों से कहा, ”इस तरह के आतंकी हमले के बाद भारत और मोदी कैसे चुप बैठ सकते हैं? जो कोई भी हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने की हिमाकत करेगा, उसका निश्चित ही सफाया कर दिया जाएगा.” उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि मोदी से लड़ना इतना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई उस जिम्मेदारी का हिस्सा है जो देश के लोगों ने उन्हें 26 मई 2014 को ”प्रधान सेवक” बनाकर दी थी. प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी ने देश की सशस्त्र सेनाओं के तीनों अंगों को खुली छूट दी और इसके योद्धाओं ने वह कर दिखाया जो दुनिया ने दशकों से नहीं देखा था.
उन्होंने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा, ”विभाजन के बाद अस्तित्व में आया यह देश भारत के प्रति नफरत पाले हुए है. यह केवल भारत को नुकसान पहुंचाना चाहता है. वहीं, भारत का लक्ष्य गरीबी उन्मूलन, आर्थिक विकास करना और विकसित राष्ट्र बनना है.” उन्होंने कहा, ”हमारी सरकार की नीति उन क्षेत्रों में विकास को ले जाने की है जो पिछड़े रह गए हैं.” प्रधानमंत्री ने लोगों से होली, दिवाली और गणेश पूजा जैसे त्योहारों के दौरान भारत में बने उत्पादों को खरीदने और उपयोग करने की जोरदार अपील की.
मोदी ने कहा, ”क्या आपको नहीं लगता कि हमें आयातित उत्पादों का उपयोग बंद करना चाहिए? हमारे त्योहारों के दौरान, हम पटाखे और गणेश मूर्तियों जैसी आयातित वस्तुओं का उपयोग करते हैं (जो अच्छा नहीं है). हमारे देश की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए, सभी को केवल भारत में बने उत्पादों को खरीदने का संकल्प लेना चाहिए.” प्रधानमंत्री ने कहा, ”हमारे देश की प्रगति के लिए जो कुछ भी आवश्यक है, वह सब भारत में ही उपलब्ध होना चाहिए.” मोदी ने गुजरात के दाहोद में लोकोमोटिव विनिर्माण संयंत्र सहित 24,000 करोड़ रुपये की लागत वाली विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया.
प्रधानमंत्री ने 9,000 अश्व शक्ति (एचपी) के देश के पहले लोकोमोटिव इंजन का अनावरण किया. साथ ही 21,405 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित रोलिंग स्टॉक वर्कशॉप का उद्घाटन किया. उन्होंने अहमदाबाद-वेरावल वंदे भारत सेवा और वलसाड-दाहोद एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और उपस्थित लोगों को बताया कि देश भर में 70 मार्गों पर अब अत्याधुनिक वंदे भारत ट्रेनें परिचालित हो रही हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, ”एक समय था जब भारत को इंजन और डिब्बे आयात करने पड़ते थे. आज हम भारत में इनका निर्माण करते हैं और दूसरे देशों को निर्यात करते हैं.” अहमदाबाद के साबरमती स्टेशन और वेरावल स्टेशन के बीच दिन में वंदे भारत सेवा शुरू की गई. इससे उन श्रद्धालुओं को सुविधा होगी जो गिर सोमनाथ जिले के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने जाते हैं. मोदी ने यह भी कहा कि गुजरात में रेलवे लाइनों का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है. इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री ने वडोदरा में एक भव्य रोड शो किया, जहां उत्साही भीड़ ने उनका स्वागत किया. वहां उपस्थित लोगों में कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार के सदस्य भी थे. मोदी ने गुजरात की अपनी दो दिवसीय यात्रा की शुरुआत वडोदरा हवाई अड्डे से शहर के बाहरी इलाके में स्थित वायुसेना स्टेशन तक रोड शो के साथ की.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी देने के लिए नियमित संवाददाता सम्मेलन करने के कारण सुर्खियों में रहीं कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार के सदस्य भी प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए एकत्र उत्साही भीड़ में मौजूद थे. कर्नल कुरैशी वडोदरा से हैं और उनके माता-पिता, बहन शायना सुनसारा और भाई मोहम्मद संजय कुरैशी भी रोड शो में मौजूद थे.