बड़ी राशि के प्रलोभन से नाबालिग और कमजोर समूह को लक्ष्य बनाती हैं अवैध साइट

नयी दिल्ली. अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी मंच पर आने वाले आक्रामक वित्तीय प्रोत्साहन और रैपिड-फायर (तत्काल सवाल-जवाब आधारित) सट्टेबाजी उत्पाद, नाबालिगों और कमजोर उपयोगकर्ताओं को अभूतपूर्व रफ्तार से उच्च जोखिम वाले जुए में खींच रहे हैं. इससे ये लोग इन सट्टेबाजी के आदी बन रहे हैं.
एक रिपोर्ट से पता चलता है कि ये मंच, वैध संचालकों द्वारा लगाए जाने वाले 28 प्रतिशत माल एवं सेवा कर (जीएसटी) और स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) से मुक्त हैं, जो उपयोगकर्ताओं को अधिक आकर्षक भुगतान और विनियमित साइट पर प्रतिबंधित तत्काल हार-जीत वाले गेम के साथ लुभाते हैं. रिपोर्ट का अनुमान है कि इन अवैध मंचों में वार्षिक जमा राशि 100 अरब डॉलर के करीब है.
सीयूटीएस इंटरनेशनल द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट ‘फिक्सिंग द ऑड्स: ए पॉलिसी ब्लूप्रिंट फॉर र्किबंग इलिगल ऑनलाइन गैंबलिंग इन इंडिया’ से पता चला है कि अवैध जुआ संचालक युवा वयस्कों, उच्च खर्च करने वालों और विशेष रूप से जुए के नुकसान के प्रति संवेदनशील व्यक्तियों को लक्षित करने के लिए नियामकीय खामियों का फायदा उठा रहे हैं. सीयूटीएस इंटरनेशनल के विश्लेषण के अनुसार, केवल एक वर्ष में शीर्ष 15 अवैध जुआ मंच और उनकी ‘मिरर’ (वैसी ही दिखने वाली) साइट पर 5.4 अरब से अधिक लॉग-इन हुए, जो समस्या के पैमाने को रेखांकित करता है.
रिपोर्ट के अनुसार, “मार्च, 2025 के लिए परीमैच की ट्रैफिक हिस्सेदारी अमेजन.इन, विकीपीडिया.ओआरजी, गूगल.को.इन, एक्स.कॉम, हॉटस्टार.कॉम, फ्लिपकार्ट.कॉम, लिंक्डइन.कॉम, कोरा.कॉम और रेडिट.कॉम जैसे व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले मंच से भी आगे निकल गई.” रिपोर्ट कहती है, “अप्रैल, 2024 और मार्च, 2025 के बीच कुल ट्रैफ.कि का 66 प्रतिशत से अधिक (3.5 अरब से अधिक विज.टि) प्रत्यक्ष ट्रैफ.कि के माध्यम से है. इसका अर्थ है कि उपयोगकर्ता मैन्युअल रूप से यूआरएल दर्ज कर रहे हैं, बुकमार्क का उपयोग कर रहे हैं, या निजी चैनल से लिंक कॉपी कर रहे हैं.” वित्त मंत्रालय ने 22 मार्च, 2025 को विदेशी ऑनलाइन इकाइयों के खिलाफ. सख्त कार्रवाई की घोषणा की थी, जिसमें लगभग 700 की जांच की जा रही है. अबतक, 357 अवैध या गैर-अनुपालन वाली वेबसाइट/यूआरएल को ब्लॉक किया गया है और अन्य मजबूत पहल के अलावा लगभग 2,000 बैंक खातों पर भी रोक लगाई गई है.
‘ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स’ के जरिए फंसा कर लूटपाट करने के तीन आरोपी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार
ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स के जरिये लोगों को फंसाकर कर कथित तौर पर लूटपाट करने के तीन आरोपियों को पुलिस ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के यमुना खादर में शनिवार देर रात मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान दो आरोपियों के पैरों में गोली लगी और उन्हें जग प्रवेश चंद्र (जेपीसी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार देर रात करीब दो बजकर 25 मिनट पर गश्त पर निकली पुलिस की एक टीम को सूचना मिली कि न्यू उस्मान नगर के पास हालिया लूटपाट में शामिल कुछ संदिग्ध लोग मौजूद हैं और अगली आपराधिक गतिविधि की योजना बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और वहां तीन लोगों को संदिग्ध अवस्था में देखा. एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने जब उन्हें जांच के लिए रोका, तो वे पास के जंगल की ओर भागने लगे और पुलिस पर गोलीबारी की.
अधिकारी ने बताया, ”पुलिस ने जवाबी गोली चलाई जिसमें दो आरोपियों के पैर में गोली लगी. पुलिस टीम ने तीनों आरोपियों को मौके से पकड़ लिया.” उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के पास से दो देसी पिस्तौल और तीन कारतूस बरामद किए हैं. अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान समीर (21), तरुण (23) और कुनाल शर्मा (23) के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि समीर पहले भी लूट और मारपीट के दो मामलों में संलिप्त रहा है और इस संबंध में मानसरोवर पार्क थाना में प्राथमिकी दर्ज है.
पुलिस अधिकारी ने बताया, “पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे हाल के लूटपाट के कई मामलों में संलिप्त रहे हैं. आरोपियों ने खुलासा किया कि वे ‘डेटिंग ऐप्स’ के जरिये लोगों को फंसाते थे और फिर ‘डेट’ के बहाने बुलाकर लूटपाट करते थे.” अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर अपराध और फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की टीम को मौके पर बुलाया गया. पुलिस ने कहा कि आरोपियों के बयानों का सत्यापन किया जा रहा है और अन्य अनसुलझे मामलों से इनकी संलिप्ता की जांच की जा रही है. पुलिस के मुताबिक इस प्रकरण की जांच जारी है.