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अमेरिका के बोल्डर में हमले में आठ जख्मी, एफबीआई ने आतंकी कृत्य बताया

बोल्डर: अमेरिका में एक शख्स ने ‘फलस्तीन को आजाद करो’ का नारे लगाते हुए गाजा में इजराइली बंधकों की ओर ध्यान आर्किषत करने के लिए जमा हुए समूह पर ‘पेट्रोल बम’ फेंक दिया जिसमें आठ लोग जख्मी हो गए। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

हमले को कथित रूप से अंजाम देने वाले संदिग्ध की पहचान 45 वर्षीय साबरी सोलिमन के तौर पर हुई है और संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) हमले की जांच आतंकी कृत्य के तौर पर कर रहा है। सोलिमन को हिरासत में ले लिया गया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि उसे अदालत में कब पेश किया जाएगा।

यह हमला बोल्डर शहर के लोकप्रिय पर्ल स्ट्रीट पेडेस्ट्रेन मॉल में हुआ है। इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध की पृष्ठभूमि में यह घटना हुई। इस जंग ने वैश्विक तनाव को बढ़ा दिया है और इसकी वजह से अमेरिका में यहूदी विरोधी ंिहसा में वृद्धि हुई है।

हमला यहूदी पर्व ‘शवोत’ की शुरूआत पर हुआ है। इस घटना से ठीक एक हफ्ते पहले वांिशगटन में एक यहूदी संग्रहालय के बाहर ‘‘फलस्तीन को आजाद करो’’ के नारे लगाने वाले एक व्यक्ति पर इजराइली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया गया था।

न्यूयॉर्क पुलिस विभाग ने कहा कि उसने ‘शवोत’ के मद्देनजर शहर में धार्मिक स्थलों पर अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है। एफबीआई के डेनवर क्षेत्रीय कार्यालय (जिसमें बोल्डर भी शामिल है) के प्रभारी विशेष एजेंट मार्क मिचलेक ने कहा, ‘‘दुख की बात है कि इस तरह के हमले पूरे देश में आम होते जा रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ह्लयह इस बात का उदाहरण है कि ंिहसा करने वाले लोग किस प्रकार देश भर में लोगों को डरा रहे हैं।’’ अधिकारियों ने बताया कि घायल हुए आठ पीड़ितों की उम्र 52 से 88 वर्ष के बीच है तथा हमले में कुछ लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं।

यह हमला उस समय हुआ जब ‘रन फॉर देयर लाइव्स’ नामक स्वयंसेवी समूह के लोग गाजा में बंधक बनाए गए लोगों की ओर ध्यान आर्किषत करने के वास्ते अपना साप्ताहिक प्रदर्शन समाप्त कर रहे थे। घटनास्थल से प्राप्त वीडियो में एक प्रत्यक्षदर्शी चिल्लाता हुआ दिखाई दे रहा है, ‘‘वह ‘मोलोटोव कॉकटेल’ (पेट्रोल बम) फेंक रहा है। वहीं, एक पुलिस अधिकारी अपनी बंदूक तानकर संदिग्ध व्यक्ति की ओर बढ़ रहा है, जिसने दोनों हाथों में कंटेनर पकड़ रखे हैं।’’

सैन डिएगो के एलेक्स ओसांटे ने बताया कि वह मॉल के सामने एक रेस्तरां के बाहर दोपहर का भोजन कर रहे थे, तभी उन्होंने जमीन पर बोतल टूटने की आवाज सुनी, जिसके बाद एक ह्लधमाकाह्व हुआ और उसके बाद लोगों के चीखने-चिल्लाने की आवाज आई।

ओसांटे ने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति झाड़ियों के पीछे चला गया और फिर बाहर आया तथा उसने पेट्रोल बम फेंका, लेकिन इसे फेंकते समय वह गलती से आग की चपेट में आ गया। इसके बाद उस व्यक्ति ने अपनी शर्ट उतार दी जो बुलेटप्रूफ जैकेट लग रही थी। हालांकि बाद में पुलिस आ गई।

ओसांटे द्वारा शूट किए गए वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस ने संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया और उसने कोई विरोध नहीं किया। लिन सेगल (72) रविवार को एकत्र हुए लगभग 20 लोगों में से एक थीं। प्रदर्शनकारी जब कोर्टहाउस के सामने अपना मार्च समाप्त कर रहे थे, तभी यह हमला हुआ और सेगल ने आग की लपटें निकलती देखीं।

उन्होंने कहा कि इसके बाद लोग इधर-उधर भागने लगे तथा आग बुझाने के लिए पानी ढूंढने लगे।
सेगल ने कहा कि उनके पिता यहूदी हैं और वह 40 से अधिक वर्षों से फलस्तीन का समर्थन कर रही हैं। वह ंिचतित थीं कि उन पर संदिग्ध की मदद करने का आरोप लगाया जा सकता है क्योंकि उन्होंने फलस्तीन समर्थक शर्ट पहनी हुई थी।

उन्होंने कहा, ‘‘वहां लोग जल रहे थे, मैं मदद करना चाहती थी, लेकिन मैं अपराधी के साथ जुड़ना नहीं चाहती थी।’’ अधिकारियों ने सोलिमन के बारे में विवरण नहीं बताया, लेकिन कहा कि उनका मानना ??है कि उसने अकेले ही हमले को अंजाम दिया है तथा किसी अन्य संदिग्ध की तलाश नहीं की जा रही है।

उसपर क्या आरोप लगाए गए हैं, इस बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन अधिकारियों ने कहा है कि उसे घटना के लिए पूरी तरह से जवाबदेह ठहराया जा सकता है। इस घटना में सोलिमन भी घायल हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अधिकारियों ने उसकी चोटों की प्रकृति के बारे में विस्तार से नहीं बताया।

एफबीआई के अधिकारियों ने तुरंत इस हमले को आतंकवादी कृत्य घोषित कर दिया, तथा न्याय विभाग ने इसे ‘‘यहूदी अमेरिकियों के खिलाफ हाल में हुए हमलों के बाद की एक अनावश्यक ंिहसा का कृत्य’’ बताकर इसकी ंिनदा की।

एफबीआई के उप निदेशक डैन बोंगिनो ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रारंभिक सूचना, साक्ष्य और गवाहों के बयानों के आधार पर इस आतंकवादी कृत्य की जांच वैचारिक रूप से प्रेरित ंिहसा के रूप में की जा रही है। जब तथ्य इसकी पुष्टि करेंगे, तब हम इन घटनाओं पर स्पष्ट रूप से बोलेंगे।’’

गाजा में इजराइल का युद्ध तब शुरू हुआ जब सात अक्टूबर, 2023 को हमास के नेतृत्व वाले चरमपंथियों ने दक्षिणी इजराइल में धावा बोल दिया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 अन्य का अपहरण कर लिया गया। उसके कब्जे में अब भी 58 बंधक हैं, जिनमें से लगभग एक तिहाई के जीवित होने का अनुमान है, जबकि बाकी लोगों को युद्धविराम समझौतों या अन्य समझौतों के तहत रिहा कर दिया गया है।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल के सैन्य अभियान ने हमास शासित गाजा में 54,000 से अधिक लोगों की जान ले ली है, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं। मंत्रालय मरने वाले आम लोगों और लड़ाकों के आंकड़े अलग अलग नहीं देता है।

शिवा निषाद

संपादक- शिवा निषाद सरायपाली सिटी न्यूज मेन रोड, चेक पोस्ट, झिलमिला सरायपाली मो. 8871864161, 8319644944

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