अयोध्या के भव्य राम मंदिर में राम दरबार, परिसर के अन्य मंदिरों में मंगलवार से होगी प्राण प्रतिष्ठा

अयोध्या. अयोध्या के भव्य राम मंदिर के राम दरबार और परिसर के अन्य मंदिरों में मंगलवार से शुरू हो रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि भव्य राम मंदिर के राम दरबार और परिसर के अन्य मंदिरों में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए एक अभेद्य सुरक्षा और प्रबंधन योजना तैयार की गई है.
सोमवार शाम से ही उप्र पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के कमांडो ने आधा दर्जन बख्तरबंद वाहनों के साथ ‘रेड जोन’ में मंदिर परिसर की सुरक्षा की कमान संभाल ली है. अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गौरव ग्रोवर ने बताया कि मंदिर परिसर में चौबीसों घंटे निगरानी की योजना बनाई गई है, जिसके तहत तीन पालियों में कमांडो को तैनात किया गया है. राम मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा के बाद, जब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम दरबार और परिसर के अन्य मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की योजना बनाई है.
बयान के अनुसार, इस ऐतिहासिक अवसर पर राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना सहित परकोटे में स्थित छह अन्य मंदिरों में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां पूरी कर ली हैं, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई अति विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे. बयान में कहा गया कि अनुष्ठान की शुरुआत सोमवार शाम सरयू तट से भव्य कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुई. यह यात्रा वीणा चौक, रामपथ, सिंगार हाट और रंग महल बैरियर से होते हुए राम जन्मभूमि मंदिर परिसर पहुंची.
तीन और चार जून को सुबह 6:30 बजे से 12 घंटे तक अनुष्ठान होंगे, जिसमें 1975 मंत्रों के साथ अग्नि देवता को आहुति दी जाएगी. इसके साथ ही हनुमान चालीसा आदि का पाठ किया जाएगा. मुख्य समारोह पांच जून को होगा, जिसमें राम दरबार (श्री राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान) की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के साथ-साथ छह अन्य मंदिरों में देव प्रतिमाओं की स्थापना होगी.
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ इस समारोह में चार प्रमुख कार्यक्रमों में शामिल होंगे. वह प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य अनुष्ठान के अलावा मां सरयू त्रयोदशी जन्मोत्सव, ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव और विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे. ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने एक बयान में लोगों से अपील की है कि वे प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खबर सुनकर अयोध्या न आएं. उन्होंने स्पष्ट किया कि सिर्फ रामलला के दर्शन की इच्छा रखने वाले श्रद्धालु ही अयोध्या आएं. राम दरबार और किला परिसर में बने मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा 5 जून को होनी है.
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं. फुंडे ने बताया कि गर्मी और लू को ध्यान में रखते हुए छाया और पेयजल की व्यवस्था की गई है. जिला प्रशासन ने सभी अस्पतालों में 10-10 बेड विशेष रूप से आरक्षित करा दिए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुष्प वाटिका में पौधारोपण और सरयू महोत्सव में भी शामिल होंगे.
एसएसपी ने कहा, ”हमारे लिए वीआईपी के अलावा सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. सभी सुरक्षा उपकरणों के साथ हमारे जवान तैनात किए जाएंगे. हर जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. एटीएस और एसटीएफ की टीमें भी तैनात की गई हैं.” ग्यारह जनवरी 2025 को प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर भी तीन दिवसीय उत्सव का आयोजन किया गया था, जिसमें देशभर से लाखों श्रद्धालु शामिल हुए थे. अयोध्या के भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गयी थी.