ओडिशा के कोरापुट में मुठभेड़ के बाद हथियार और गोला-बारूद के साथ एक माओवादी गिरफ्तार

भुवनेश्वर/कोरापुट/राउरकेला. ओडिशा के कोरापुट जिले में पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद एक माओवादी को हथियार और गोलाबारूद के साथ पकड़ लिया गया एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गिरफ्तार माओवादी की पहचान छत्तीसगढ़ के बीजेपुर क्षेत्र के कुंजम हिडमा के रूप में हुई है
कोरापुट के पुलिस अधीक्षक रोहित वर्मा ने कोरापुट में संवाददाताओं को बताया, “उसे मुठभेड़ के दौरान कोरापुट जिले के घने पेटागुडा जंगल में जीवित पकड़ लिया गया” एसपी ने कहा कि पेटगुडा के निकट वन क्षेत्र में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) कैडरों के एक समूह की गतिविधि के बारे में खुफिया जानकारी के आधार पर जिला पुलिस ने 28 मई की रात जेपोर के एसडीपीओ पार्थ कश्यप के नेतृत्व में डीवीएफ (डि्ट्रिरक्ट वोलंटरी फोर्स) बल का उपयोग करके एक विशेष अभियान शुरू किया
वर्मा ने कहा, “बृहस्पतिवार की सुबह डीवीएफ टीम ने एक पहाड़ी पर माओवादियों के एक समूह को डेरा डालते हुए देखा जैसे ही टीम उन्हें घेरने के लिए आगे बढ़ी, माओवादियों ने डीवीएफ टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी और जंगल में भाग गए जवाब में टीम ने आत्मरक्षा में नियंत्रित गोलीबारी की बाद में की गई तलाशी के दौरान, पास की झाड़ियों में छिपने की कोशिश करते हुए एक माओवादी कैडर को पकड़ लिया गया” एसपी ने बताया कि पुलिस ने गिरफ्तार माओवादी के पास से एके-47 राइफल समेत भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद बरामद किया है
एसपी ने बताया कि हिडमा प्रतिबंधित संगठन का एरिया कमेटी सदस्य (एसीएम) था और ओडिशा सहित क्षेत्र में सात बड़ी हिंसक घटनाओं से जुड़ा था एसपी ने कहा, “कुंजम हिडमा ओडिशा, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ क्षेत्र में कई अन्य सरकार विरोधी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में भी शामिल रहा है, जिसकी जांच के दौरान पुष्टि की जाएगी”.
सुंदरगढ़ में माओवादियों के भारी मात्रा में विस्फोटक लूटने के मामले की जांच एनआईए ने शुरू की
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की एक टीम ने बृहस्पतिवार को ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में माओवादियों द्वारा भारी मात्रा में विस्फोटकों की लूट मामले की जांच शुरू कर दी. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उप महानिरीक्षक (डीआईजी), पुलिस अधीक्षक (एसपी) और एडिशनल एसपी समेत एनआईए के वरिष्ठ अधिकारियों ने राउरकेला का दौरा किया. एनआईए ने मंगलवार को सुंदरगढ़ जिले के बांको में पत्थर खदान में ले जाए जा रहे जिलेटिन के करीब 200 पैकेटों की माओवादियों द्वारा लूट मामले की जांच शुरू कर दी है.
पश्चिमी रेंज के डीआईजी बृजेश राय ने राउरकेला में संवाददाताओं को बताया, “विस्फोटकों की लूट की जांच के लिए ओडिशा पुलिस एनआईए को सभी आवश्यक सहायता प्रदान कर रही है.” उन्होंने बताया कि पुलिस ने विस्फोटक सामग्री ले जा रहे ट्रक के चालक के बयान के आधार पर इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है.
यह लूट झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा के जंगलों के निकटवर्ती क्षेत्र में हुई, जिसे माओवादियों का गढ़ माना जाता है. कथित तौर पर सशस्त्र बदमाशों ने ड्राइवर को बंदूक के बल पर धमकाया और पास के जंगल में गाड़ी ले जाने को कहा, जहां माओवादियों के एक समूह ने लगभग चार टन विस्फोटक लूट लिया. इस बीच, ओडिशा पुलिस ने झारखंड और सीआरपीएफ के सुरक्षार्किमयों के साथ मिलकर ओडिशा-झारखंड सीमा क्षेत्र में अभियान तेज कर दिया है.