आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज की घटना ने बंगाल के सिस्टम में सड़न को उजागर किया: प्रधान

कोलकाता. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु चिकित्सक की बलात्कार के बाद हत्या की घटना यह साबित करती है कि राज्य का सिस्टम पूरी तरह सड़ चुका है. प्रधान ने आरोप लगाया कि “पश्चिम बंगाल में ‘गुंडों’ को नागरिक पुलिस जैसी सामाजिक पहलों में शामिल किया गया है.” उन्होंने कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस तरह की घटना भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा, “जो कुछ आर. जी. कर में हुआ, वह गंभीर चिंता का विषय है. समाज की सुरक्षा के लिए बनाए गए तंत्र में गुंडों की भर्ती इस बात का संकेत है कि यह व्यवस्था सड़ चुकी है. यह लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है.” प्रधान का इशारा कोलकाता पुलिस के सिविक वॉलंटियर संजय रॉय की ओर था. संजय राय को नौ अगस्त 2023 को प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या की घटना में दोषी ठहराया गया था.
पीड़िता के परिवार और प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों का दावा है कि इस अपराध में अकेला संजय रॉय शामिल नहीं था. यह एक बड़ी साजिश थी जिसमें घटना की रात आसपास मौजूद कई अन्य लोग भी शामिल थे. प्रधान ने कहा, “हम चाहते हैं कि पीड़िता के परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिले. उनकी बेटी देश की हर एक महिला का प्रतिनिधित्व करती है. हमें सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) पर भरोसा है और धैर्य रखना होगा.” आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज की पीड़िता के रविवार को जन्मदिन के अवसर पर उनके माता-पिता और प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों ने न्याय की मांग को लेकर एक रैली निकालने की घोषणा की.
जब प्रधान से प्रदर्शन कर रहे जूनियर चिकित्सकों पर राज्य सरकार द्वारा की जा रही अनुशासनात्मक कार्रवाई के विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “न्याय के लिए किए जा रहे किसी भी आंदोलन को कमतर नहीं आंकना चाहिए.” हाल ही में कोलकाता के न्यू टाउन इलाके में 14 साल की बच्ची के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या की घटना के विषय में प्रधान से पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में किसी भी बेटी के साथ ऐसी घटनाएं न हों. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो बंगाल के लोग इसका विरोध करेंगे. मुझे उन पर पूरा भरोसा है.”
बंगाल में होने वाले 2026 के विधानसभा चुनावों में भाजपा सत्ता में आएगी: प्रधान
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि 2026 के विधानसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आएगी. केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने ममता बनर्जी सरकार पर पश्चिम बंगाल में केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन में बाधा डालने का आरोप लगाया. इसके साथ ही मंत्री ने केंद्र की ओर से राज्य की अनदेखी करने के प्रदेश सरकार के आरोपों की आलोचना की.
प्रधान ने यहां एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा,” पश्चिम बंगाल में भाजपा का वोट शेयर 2019 से लगभग 30-40 प्रतिशत रहा है और अगर पार्टी को 10 प्रतिशत वोट और मिलते हैं, तो वह ममता बनर्जी सरकार को सत्ता से हटा देगी.” प्रधान ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की हार लोगों का भाजपा में भारी विश्वास और ‘भ्रष्ट’ अरविंद केजरीवाल सरकार की अस्वीकृति को दर्शाती है. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पश्चिम बंगाल में 42 में से 18 सीटें जीतकर अपनी छाप छोड़ी थी.
उन्होंने कहा, ”हमने 2021 के विधानसभा चुनावों में 77 सीटें और 2024 के आम चुनावों में 12 लोकसभा सीटें जीतीं. 2019 से भाजपा का मतदान प्रतिशत लगभग 30-40 प्रतिशत रहा है और हमें पश्चिम बंगाल में सत्ता में आने के लिए 10 प्रतिशत वोटों की आवश्यकता है. 2026 में हम राज्य में सत्ता में होंगे.” प्रधान ने कहा कि जब वह केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री थे, तो वह ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली 710 किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन स्थापित करना चाहते थे. हालांकि, उन्होंने कहा कि कई मौकों पर राज्य सरकार के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने के बावजूद सात साल बाद भी पश्चिम बंगाल का हिस्सा अब तक नहीं मिला है.