कोहली के करिश्मे के साथ आस्ट्रेलिया से हिसाब बराबर करके भारत चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में

दुबई. सोलह महीने पहले वनडे विश्व कप फाइनल में और चौदह साल से आईसीसी टूर्नामेंटों के नॉकआउट मुकाबलों में मिली हर हार का बदला चुकता करते हुए भारत ने मंगलवार को आस्ट्रेलिया को चार विकेट से हराकर पांचवीं बार चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में प्रवेश कर लिया और एक बार फिर जीत के नायक रहे विराट कोहली .
भारत की जीत के साथ ही यह भी तय हो गया कि चैम्पियंस ट्रॉफी का फाइनल नौ मार्च को दुबई में ही खेला जायेगा जिसमें भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका या न्यूजीलैंड से होगा . अगर आस्ट्रेलिया जीतती तो फाइनल लाहौर में खेला जाना था. आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्टीव स्मिथ (73) और एलेक्स कैरी (61) के अर्धशतकों के दम पर 48 . 1 ओवर में 264 रन बनाये जिसके जवाब में भारत ने 11 गेंद बाकी रहते लक्ष्य हासिल कर लिया . ‘प्लेयर आफ द मैच’ कोहली ने 98 गेंद में पांच चौकों की मदद से 84 रन बनाये.
19 नवंबर 2023 को कप्तान रोहित शर्मा समेत करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों की आंखों में आंसू थे जब अहमदाबाद में आस्ट्रेलियाई टीम ने भारत का विश्व कप जीतने का सपना तोड़ा था . इसके अलावा भी आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंटों में आस्ट्रेलिया भारत के लिये ‘अभेद किला’ साबित होता रहा है जिसमें आखिरी बार हम 2011 वनडे विश्व कप में ही सेंध लगा पाये थे . उन सभी नाकामियों से मिले हर जख्म पर मरहम लग गया जब केएल राहुल ने 49वें ओवर की पहली गेंद पर ग्लेन मैक्सवेल को छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाई
कोहली को श्रेयस अय्यर से पूरा सहयोग मिला जिन्होंने 45 रन बनाये और तीसरे विकेट के लिये 91 रन की साझेदारी भी की . इससे पहले कप्तान रोहित शर्मा (28) और शुभमन गिल (नौ) सस्ते में आउट हो गए थे . बल्लेबाजी की मददगार पिच पर कोहली का बल्ला खूब चला और बड़े शॉट खेलने की बजाय उन्होंने संयम से अपनी पारी को आगे बढाया . वनडे पारियों में स्पिनरों के खिलाफ पिछले कुछ अर्से में नाकाम साबित होते आये कोहली ने यहां आस्ट्रेलिया के स्पिनर एडम जम्पा को बखूबी खेला . उन्होंने अपनी पारी में शानदार पूल और ड्राइव लगाये .
अय्यर और अक्षर पटेल (27) एक के बाद एक विकेट गंवा बैठे लेकिन कोहली ने 53 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया . उन्हें स्पिनर कूपर कोनोली की गेंद पर मैक्सवेल से जीवनदान भी मिला जब उनका स्कोर 51 रन था . लेकिन जम्पा की गेंद पर लांग आन के पास बेन ड्वारशुइस को कैच देकर वह उस समय आउट हुए जब भारत को 40 रन की जरूरत थी. राहुल (नाबाद 42) और हार्दिक पंड्या (28) ने आक्रामक शॉट्स खेलकर भारत को जीत तक पहुंचाया . वैसे इस जीत में श्रेय भारतीय गेंदबाजों का भी है. भारतीय गेंदबाजों ने अनुशासित प्रदर्शन किया और आस्ट्रेलिया को 264 रन पर आउट कर दिया .
आस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 96 गेंद में चार चौकों और एक छक्के की मदद से 73 रन बनाये. बल्लेबाज हालांकि अनुकूल पिच का ज्यादा फायदा नहीं उठा सके और गैर जिम्मेदाराना शॉट्स खेलकर विकेट गंवाते गए .
स्मिथ आस्ट्रेलियाई पारी के सूत्रधार रहे जिन्होंने तीन अर्धशतकीय साझेदारियां की . उन्होंने ट्रेविस हेड के साथ दूसरे विकेट के लिये 52, मार्नस लाबुशेन के साथ तीसरे विकेट के लिये 56 और कैरी के साथ पांचवें विकेट के लिये 54 रन जोड़े . कैरी ने 57 गेंद में 61 रन बनाये जिसमें आठ चौके और एक छक्का शामिल था. आस्ट्रेलिया का स्कोर और बेहतर होता अगर ये दोनों कुछ देर और टिककर खेल जाते .
अक्सर भारतीय टीम के लिये सिरदर्द साबित होने वाले हेड को कई जीवनदान मिले जिनका वह फायदा नहीं उठा सके और 39 रन बनाकर लौट गए . मैच की पहली ही गेंद पर मोहम्मद शमी ने उनका रिटर्न कैच छोड़ा, फिर वह रन आउट होने से बचे और दो बार गेंद स्टम्प को छूने से मामूली अंतर से रह गई. हेड ने कुछ दर्शनीय शॉट लगाये जिसमें हार्दिक पंड्या को जड़ा छक्का और शमी को लगातार तीन चौके शामिल थे.
इससे आस्ट्रेलिया को शुरूआती झटकों से उबरने में भी मदद मिली . हेड के साथ पारी की शुरूआत करने वाले कूपर कोनोली जल्दी आउट हो गए थे . मैथ्यू शॉर्ट के घायल होने की वजह से कोनोली को टीम में जगह मिली. पिछले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच विकेट लेने वाले स्पिनर वरूण चक्रवर्ती ने हेड को रवाना किया जिनका दौड़ते हुए डीप में गिल ने कैच लपका.
लाबुशेन को रविंद्र जडेजा ने पगबाधा आउट किया . वहीं जोश इंगलिस ने जडेजा की गेंद पर शॉर्ट कवर्स में विराट कोहली को कैच थमाया. स्मिथ ने दूसरे छोर से रन बनाना जारी रखा और जडेजा को स्ट्रेट में छक्का लगाया . शमी की फुलटॉस गेंद पर वह चूके और गेंद उनके स्टम्प्स पर जा लगी.
ग्लेन मैक्सवेल जब क्रीज पर आये तब 13 ओवर बाकी थे और आस्ट्रेलिया का स्कोर पांच विकेट पर 198 रन था . उनके पास यह सुनहरा मौका था लेकिन अक्षर पटेल की गेंद पर आउट होकर वह दोहरे अंक तक पहुंचे बिना ही रवाना हो गए. कैरी ने ड्वारशुइस के साथ सातवें विकेट के लिये 34 रन जोड़े जिससे आस्ट्रेलिया 250 के पार जा सका . वह दूसरा रन लेने के प्रयास में अय्यर के सटीक थ्रो पर रन आउट हो गए.