मुजफ्फरपुर की दुष्कर्म पीड़िता बच्ची की मौत ‘संस्थागत हत्या’, यह सरकार की ‘नाकामी’ : कांग्रेस

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने रविवार को बिहार की जदयू-भाजपा सरकार को मुजफ्फरपुर की दलित वर्ग की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया और इसे ‘संस्थागत हत्या’ करार दिया. कांग्रेस ने लोगों से बिहार की मौजूदा सरकार से मुक्ति पाने की अपील करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार ”सभी मोर्चों पर विफल रही है.” कांग्रेस नेता रंजीत रंजन ने यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि बिहार में शासन और कानून-व्यवस्था चरमरा गई है तथा महिलाएं अब सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि सत्ता में बैठे लोग अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि 26 मई की शाम को बिहार के मुजफ्फरपुर में दलित लड़की से दुष्कर्म किया गया और उसे बुरी तरह पीटा गया, जो भयावह है. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने नाबालिग लड़की को उसकी मौसी के घर के पास चॉकलेट खिलाने के बहाने बहला-फुसलाकर मक्का के खेत में ले गया और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया.
कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने कहा कि आठ साल की बच्ची से दुष्कर्म किया गया, उसके शरीर पर चाकू के 20 निशान थे और उसे मरने के लिए ईंटों के भट्ठे में छोड़ दिया गया. रंजन ने आरोप लगाया कि जिस 34 वर्षीय व्यक्ति ने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया वह,”पहले भी ऐसी घटनाओं में संलिप्त रहा है”; लेकिन उसे ”नीतीश कुमार सरकार के शासन में खुलेआम घूमने की इजाजत दी गई”.
उन्होंने सवाल किया, ”बिहार में राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार क्या कर रही है? यह कैसी सरकार है, जो एक तरफ ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा देती है और दूसरी तरफ जघन्य अपराध करने वालों को संरक्षण देती है तथा उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती.” कांग्रेस नेता ने कहा कि बिहार में कई जघन्य अपराध हो रहे हैं और सरकार तथा मुख्यमंत्री ‘सो’ रहे हैं.
रंजन ने संवाददाताओं से कहा, ”यह कानून-व्यवस्था की विफलता है, साथ ही प्रशासन और स्वास्थ्य सेवाओं की विफलता भी है. बड़े-बड़े दावे करने के बाद आप बिहार में किस तरह का शासन दे रहे हैं?” उन्होंने सवाल करते हुए कहा,”आप किस तरह का शासन दे रहे हैं कि महिलाओं के खिलाफ इस तरह के अपराध हो रहे हैं? मैं फिर कहूंगी कि बिहार में गरीब महिलाओं के खिलाफ इस तरह के जघन्य अपराध इसलिए हो रहे हैं क्योंकि आपकी सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है.”
रंजन ने कहा, ”बिहार में नाबालिग लड़की की संस्थागत हत्या के लिए जनता दल यूनाइटेड (जदयू)- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है. मुझे ऐसी निर्ल्लज सरकार से कोई उम्मीद नहीं है और मैं बिहार के लोगों से ऐसी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का आग्रह करती हूं.” रंजन ने कहा कि जब कांग्रेस नेताओं ने मुजफ्फरपुर में लड़की और उसके परिवार से मुलाकात की तो पता चला कि उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है. कांग्रेस नेता ने कहा कि जब पीड़िता की हालत गंभीर हो गई तो उसे पटना स्थित अखिल भारतीय आयुर्वज्ञिान संस्थान (एम्स) पटना रेफर कर दिया गया, जहां चिकित्सकों ने उनका इलाज करने से इनकार कर दिया.
उन्होंने दावा किया, ”लड़की को पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल) भेजा गया, जहां उसे घंटों एंबुलेंस में इंतजार करना पड़ा. उसे समय पर इलाज नहीं मिला. दबाव में उसे पांच घंटे बाद बच्चों के वार्ड में भर्ती कराया गया.” बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने पटना में आरोप लगाया कि पीएमसीएच में रेफर की गई बलात्कार पीड़िता को कथित तौर पर अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध न होने के कारण शनिवार को कई घंटों तक एम्बुलेंस में इंतजार करना पड़ा.
रंजन ने आरोप लगाया कि बिहार में बलात्कार की घटनाएं इसलिए होती हैं क्योंकि अपराधियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है. उन्होंने कहा, ”पहले भी जब ऐसी घटनाएं हुई थीं, तो हमने आवाज उठाई थी, लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की.” नीतीश कुमार सरकार की आलोचना करते हुए शमा मोहम्मद ने कहा, ”अगर वह किसी बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति (वीआईपी) की बेटी या सवर्ण जाति की बच्ची होती तो उसे एम्स-पटना में भर्ती कराया जाता.” उन्होंने कहा कि बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने ही लड़की को भर्ती कराने के लिए अस्पताल अधिकारियों से लड़ाई लड़ी.
उन्होंने कहा, ”कल्पना कीजिए कि अगर एक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एक बच्ची को भर्ती नहीं करा सकता है, तो आम लोग क्या उम्मीद करें? यह चर्चा पांच घंटे तक चली, जबकि छोटी बच्ची एम्बुलेंस में लेटी रही. यह भाजपा-जदयू सरकार के शासन के बारे में क्या इंगित करता है?” शमा मोहम्मद ने आरोप लगाया, ”प्रधानमंत्री क्या कहते हैं? बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ! लेकिन बलात्कारी ज्यादातर भाजपा से क्यों जुड़े हैं या भाजपा के सक्रिय विधायक हैं?”